टोकनाइजेशन क्या हैं? इसके फायदे और नुकसान

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आये इन दिनों में आपने टोकनाइजेशन (Tokenization) का नाम तो कही न कही जरूर सुना होगा, क्या अपने सोचा है की ये आखिर टोकनाइजेशन (tokenization) क्या हैं?, कैसे काम करेगा, क्या इससे हमारा कार्ड सुरक्षित रहेगा, अगर ये सवाल दिमाग में हैं तो आप बिलकुल सही जगह आये हैं। आज हम इसी टोकनाइजेशन के बारे में जानने वाले हैं। 

टोकनाइजेशन (Tokenization) क्या हैं?

Card Tokenization

डेबिट और क्रेडिट कार्ड को अधिक secure बनाने के लिए रिजर्व बैंक ने एक circular जारी किया है, जिसमे 30 जून 2022 के बाद कोई भी e-कंपनी (ex-Amazon, Flipkart, meesho) या मर्चेंट (Rupay, visa mastercard) ग्राहकों के कार्ड की जानकारी जैसे 16 digit card number, expiry date और CVV को अपने डेटा सेंटर में स्टोर नहीं कर सकते.

जिससे cyber threads होने की संभावना और भी बढे। ऐसे मे फ्रॉड को रोकने के लिए RBI ने एक नया नियम शुरू किया जिसमें वह किसी भी क्रेडिट या डेबिट कार्ड को ट्रांजेक्शन की तहत एक टोकन नंबर देगी जिससे आपका कार्ड बिकुल ही सेव रहेगा, और इसे  “Tokenization” कहा जा रहा है। 

टोकेनाइजेशन का फायदे?

  • रिजर्व बैंक ने सभी कंपनियों जो कार्ड से लेन-देन करते है, उनसे कहा है कि वह ग्राहकों का पहले से स्टोर डेटा डिलीट कर दें, ताकि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की सिक्योरिटी को बढ़ाया जा सके।
  • साथ ही Rupay , visa, mastercard को कार्ड जारी करने वाले बैंक या कंपनी की तरफ से एक टोकन जारी करने की permission दी है, इस तरह ग्राहकों के कार्ड की Information leak, डेटा चोरी होने और online fraud की घटनाओं पर लगाम लगेगी।
  • अमेरिका की ऑनलाइन कम्पनी और चीन के प्रोडक्ट्स भारतीय बाजारों में एक duopoly बना चुके है और भारत पर भूतकाल से ही सैंक्शन का खतरा बना रहा है इसके लिए आत्मनिर्भर बनाना के लिऐ यह उठाया गया कदम है.
  • Tokenization ग्राहकों की कार्ड डिटेल्स के लिए एक “Unique algorithm generated code” टोकन है. टोकन ग्राहकों को कार्ड के डिटेल्स expose किए बिना इन प्लेटफार्मों पर आसानी से पेमेंट करने की permission देता है।
  • ग्राहकों को हर बार E- commerce पर खरीददारी और खाने पीने की Order देने पर अपने कार्ड की डिटेल्स हरबार देने की आवश्कतानहीं, सिर्फ़ एक ही टोकन सिस्टम, खरदारी कर सकते हैं.
  • Visa, mastercard की मनमानी बंद करने हेतु RBI द्वारा संचालित निर्देशित जारी, अब Rupay कार्ड से टोकेनाजेशन का बेनिफिट ग्राहक उठा सकते है।
  • Amazon ,Flipkart, mesho, zomato, swiggy, myntra, make my trip, big basket, go-ibibo, E platform के साथ ही indian fintech payment gateway कंपनी phonepe, bharatpe, paytm, BHIM, G-pay के साथ साजीदारी जल्द ही टोकन सर्विस शुरू हो जाएगी। ग्राहक मोबाइल के साथ laptop, desktop PC से टोकन के लिए अप्लाई कर सकते है.

टोकेनाइजेशन के नुकसान ?

  • RBI की नई गाइडलाइंस का असर Google Play Store, YouTube और Google Ads जैसी सभी पेमेंट सर्विस पर होगा. New format के कारण सभी ग्राहकों को 30 Jun 2022 तक सभी डेबिट क्रेडिट पेमेंट कार्ड की जानकारी को बैंकों से अपग्रेड करने होंगे,
  • Tokenization को लागू करने में हड़बड़ी के कारण सिस्टम को step by step लागू कराने की मांग others banks, E commerce , payment gateway ने की है। क्यू की सब पूरे तरह से ना तयार, ना सक्षम है , जैसे नोटबंदी के 9 महीने बाद GST को लागू किया था इस वजह से इकॉनमी में काफी मुश्किलहात आए थी
  • Digital illiteracy के कारण डेबिट/ क्रोडिट पेमेंट में अभी भी 15% इंडियन में जागरूकता नही , नया UPI payment में 25-30% , अब टोकन सिस्टम में शायद 60-70% इस वजह से ग्राहकों में जागरूकता के लिऐ सिंपल advertisement/ campaign के लिए बहुत सार पैसों का इस्तमाल करना होगा।
  • संभावना है टोकन सिस्टम की error के कारण बहुत सारे ग्राहक ऑनलाइन शॉपिंग, खरीद्दारी के लिऐ डिजीटल method का उपयोग ना करके cash payment method का इस्तमाल करें, इससे देश में चल रहि डिजीटल / cashless economy को ब्रेक लग सकता है।
    ऐसे होता है तो हमे फिजिकल नोट का use करना होगा tokenization का सबसे बड़ा disadvantage,
  • Token system के कारण शायद ही कम्पनी अपनी रेगुलर ऑपरेशन (sales and service) affected हो जाए जिसका सीधा खामयाजा ग्राहकों को भुगतना पड़े। क्यू की गाइडलाइन को खतम होने में सिर्फ 3 महीना का अवधि बाकी है.

FAQ/अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?

1. टोकन का इस्तमाल कैसे होगा?

  • जिस वेबसाइट/ मर्चंट या ऐप्स से शोपिंग करते हैं वहां टोकन की रिक्वेस्ट का ऑप्शन होगा,
  • मर्चेंट आपकी रिक्वेस्ट आपके बैंक को भेजेगा,
  • कार्ड रिक्वेस्ट का एक सीक्रेट कोड यानी टोकन बन जाएगा
  • टोकन लेने के बाद हर बार कोड फील करें,
  • नोट: (नए पॉलिसी के अनुसार स्टेप्स में बदलाव हो सकता हैं)

2. कार्ड डेटा को डिलीट करना होगा ?

Ans- भविष्य के सारे ट्राजैक्शन कार्ड के लिऐ एक टोकन सिस्टम के कारण, और उभरता cyber threads के कारण सभी कम्पनी को अनिवार्य

3. एक टोकन से सारा काम चलेगा/ बार बार वही use कर सकते है?

Ans- No, टोकन का algoritham ही मर्चेड रिक्वेस्ट + ग्राहक कार्ड नंबर+ बैंक के कॉम्बिनेशन से होगा, sirf उसी खरदारी पर valid, दूसरे खरीद्दारी पर अलग टोकन

4. बैंक डिटेल्स / डेबिट- क्रिडिट कार्ड upgradation/ विवरण फिरसे भरना होगा?

Ans- yes, Last date 30 जून 2022, सभी ग्राहको के लिए, लेकिन RBI द्वारा नई circular का इंतजार करना होगा

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